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Confusian – agaadhworld http://agaadhworld.in Know the religion & rebuild the humanity Tue, 23 Apr 2024 05:03:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=4.9.8 http://agaadhworld.in/wp-content/uploads/2017/07/fevicon.png Confusian – agaadhworld http://agaadhworld.in 32 32 Chinese New year http://agaadhworld.in/chinese-new-year-2/ http://agaadhworld.in/chinese-new-year-2/#respond Sun, 03 Feb 2019 19:04:38 +0000 http://agaadhworld.in/?p=4931 चीन में चूहा वर्ष चीन में नया वर्ष 25 जनवरी से शुरू हो रहा है। यह चीनी परंपरा में रैट

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चीन में चूहा वर्ष

चीन में नया वर्ष 25 जनवरी से शुरू हो रहा है। यह चीनी परंपरा में रैट या चूहा वर्ष है. पिछला वर्ष 2019 पिग ईयर या सूअर वर्ष था। उसका पिछला साल 2018 श्वान वर्ष या डॉग ईयर था। उसके पहले  मुर्गा वर्ष था। भारत में सूअर को भले ही बहुत अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता, लेकिन चीन में सूअर को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और कुत्ते को ईमानदारी व संपत्ति का प्रतीक। चाइनीज कलेंडर के अनुसार नव वर्ष का उत्सव 25 जनवरी को शुरू होगा और 8 फरवरी तक चलेगा।


चाइनीज कलेंडर की पशु राशियां

चीन में वर्ष भी पशु राशियों को समर्पित होते हैं। वहां 12 पशु राशियां हैं। सूअर 12वां पशु राशि है। श्वान 11वीं राशि है। चीन में पशु राशि इस प्रकार हैं – चूहा, सांड, बाघ, खरगोश, ड्रेगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर। चीन में राशि का यह निर्धारण वहां के पारंपरिक देवता जेड एंपेरर या जेड सम्राट या यु हुआंग ने किया था। चीनी मान्यता के अनुसार, हुआंग देवता स्वर्ग और पृथ्वी दोनों पर ही राज करते थे, लेकिन कभी पृथ्वी नहीं आए थे। इसलिए उन्होंने देखने के मकसद से पृथ्वी के सभी जीवों को स्वर्ग बुलाया था और स्वर्ग पहुंचे पहले 12 पशुओं को उन्होंने एक-एक राशि समर्पित की थी। चीन में हर वर्ष किसी न किसी पशु या पशु राशि को समर्पित होता है।


बिल्ली क्यों है चूहे की जानी दुश्मन?

एक बार भगवान हुआंग ने सभी जीवों को स्वर्ग बुलाया था। बिल्ली रात के समय चूहे को बोलकर सोयी थी कि सुबह होते ही उठा देना, ताकि स्वर्ग की यात्रा पर निकल सकें। बिल्ली को डर था कि आलस्य की वजह से वह सुबह देर तक सोती रह जाएगी। खैर वैसा ही हुआ, चूहा सुबह उठा, तो उसे तो जल्दी थी। उसे यह डर भी था कि वह गंदा-सा दिखता है और देर से पहुंचेगा, तो ठीक नहीं होगा। अत: वह सबसे पहले स्वर्ग की ओर निकल भागा और सबसे पहले हुआंग के दरबार में पहुंच भी गया। एक-एक कर सभी पशु पहुंचे, लेकिन बिल्ली सोती रह गई। इधर स्वर्ग में पहले आए पशुओं को पशु राशि का वितरण हो गया था। बिल्ली को बाद में पता चला, तो बहुत पछतावा हुआ और वह चूहे की जानी दुश्मन बन गई। कहते हैं, तभी से आज तक बिल्ली जब भी चूहे को देखती है, मारने को दौड़ाती है।


चीन में कैसे मनाते हैं नया साल?

चीन में नए साल का उत्सव बहुत दिनों तक चलता है, उसके तीन भाग होते हैं। पहला भाग लिटिल ईयर या फेस्टिवल कहलाता है, जो इस बार 25 जनवरी को शुरू होगा और 8 फरवरी तक चलेगा। स्प्रिंग फेस्टिवल और लेंटर्न फेस्टिवल चलता है। नया साल के पहले दिन 25 जनवरी को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, सफाई नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन झाड़ू लगाने या सफाई करने से अच्छा समय चला जाता है। लोग तरह-तरह के पकवान बनाकर खाते हैं और खिलाते हैं।


चीन की अच्छी परंपराओं से सीखें

जहां चीन में नए वर्ष की खुशियां धूमधाम से मनाई जाती हैं, वहीं नए साल के स्वागत के दिन कुछ बातों की मनाही भी है, जिनका मुस्तैदी से पालन भी किया जाता है।
 
1 – किसी भी व्यक्ति से नकारात्मक शब्द न बोलें।
 
2 – सिरामिक्स या कांच से बने बर्तन को न तोड़ें।
 
3 – नव वर्ष के दिन कहीं झाड़ू या सफाई न करें।
 
4 – कैची, चाकू या अन्य धारदार औजार का उपयोग न करें।
 
5 – अपनी पत्नी के मायके या मायके वालों के यहां न जाएं।
 
6 – किसी को दिया हुआ कर्ज आज वापस नहीं मांगें।
 
7 – नव वर्ष के दिन किसी से भी लडऩे या रोने से बचें।
 
8 – जरूरी न हो, तो दवाई न लें, डॉक्टर के पास न जाएं।
 
9 – किसी भी सोए हुए आदमी को शुभकामना नहीं दें।
 
10 – उपहार सोचकर दें, किसी को घड़ी उपहार में न दें।

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Ching ming http://agaadhworld.in/ching-ming/ http://agaadhworld.in/ching-ming/#respond Wed, 04 Apr 2018 18:45:57 +0000 http://agaadhworld.in/?p=4079 चिंगमिंग पूर्वजों को याद करने का चाइनीज दिन चीन के प्राचीन धर्म कंफ्यूसियन को मानने वाले लोग चिंगमिंग उत्सव बड़ी

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चिंगमिंग

पूर्वजों को याद करने का चाइनीज दिन
चीन के प्राचीन धर्म कंफ्यूसियन को मानने वाले लोग चिंगमिंग उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। यह उत्सव पूर्वजों या पितरों की याद में मनाया जाता है। इसे क्विंगमिंग, चाइनीज स्मारक दिवस, चाइनीज पूर्वज दिवस भी कहा जाता है। इस दिन विशेष रूप से लोग अपने पूर्वजों की कब्रों पर जाते हैं और वहां झाड़ू लगाकर सफाई करते हैं, सजावट करते हैं। प्रार्थना करते हैं। इस दिन तरह-तरह के व्यंजन भी बनाए जाते हैं। इस दिन कई चाइनीज समूहों में ठंडा खाना खाने का भी रिवाज है। यह भी कहा जाता है कि ठंडा खाने का उत्सव चिंगमिंग उत्सव से भी पुराना है।

इस दिन कंफ्यूसियन धर्म को मानने वाले लोग कब्रों पर जाकर वहां साफ-सफाई करके वहां भोजन, चाय, बिस्कट, वाइन इत्यादि पेश करते हैं। जो लोग कब्रगाह नहीं जा पाते, वे अपने घर में या घर के बाहर ही तरह-तरह की चीजें पूर्वजों के नाम पर सजाते हैं या चढ़ाते हैं।


कागज के उपहार क्यों जलाते हैं ?
चिंगमिंग उत्सव के दिन जोस पेपर या कागज के बने तरह-तरह के उपहार जलाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो कागज के उपहार पूर्वजों के नाम से जलाए जाते हैं, वो उपहार वास्तविक रूप से पूर्वजों के पास पहुंच जाते हैं। पूर्वजों के नाम पर तरह-तरह के घर, मशीन, औजार के कागजी मॉडल, अन्य जरूरी सामानों के कागजी मॉडल जलाए जाते हैं। इसके अलावा परंपरा के अनुसार, पितरों तक धन भी पहुंचाया जाता है। विशेष तरह का क्राफ्ट पेपर होता है, जिसे जोस पेपर कहते हैं। यह भूतों का धन या भूतों की मुद्रा है। इसे घोस्ट मनी भी कहते हैं। यह कागज विशेष प्रकार के तांबा, सोना, चांदी के पानी या मिश्रण से तैयार किया जाता है। यह सुंदर दिखता है और चीन में चिंगमिंग के दिनों में बंडल-बंडल बिकता है। कंफ्यूसियन धर्म को मानने वाले लोग इन कागजों या नोटों को जलाते हैं और इससे वे मानते हैं कि उन्होंने अपने पूर्वजों के पास धन पहुंचा दिया। मान्यता है कि परलोक में भी धन की जरूरत है।

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Chinese New Year http://agaadhworld.in/chinese-new-year/ http://agaadhworld.in/chinese-new-year/#respond Fri, 16 Feb 2018 04:06:32 +0000 http://agaadhworld.in/?p=3879 हैप्पी चाइनीज न्यू ईयर चीन में नया वर्ष शुक्रवार 16 फरवरी 2018 को शुरू हो चुका है। यह चीन की

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हैप्पी चाइनीज न्यू ईयर

चीन में नया वर्ष शुक्रवार 16 फरवरी 2018 को शुरू हो चुका है। यह चीन की राशि परंपरा के अनुसार श्वान वर्ष है। श्वान का अर्थ है कुत्ता। चाइनीज कलेंडर में यह डॉग वर्ष है। यह कोई हंसने की बात नहीं है, चाइनीच कलेंडर के अनुसार पिछला वर्ष मुर्गा वर्ष था और अगला वर्ष शूकर वर्ष या सुअर वर्ष होगा। चीन में सुअर को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और कुत्ते को ईमानदारी व संपत्ति का। चाइनीज कलेंडर के अनुसार नव वर्ष का उत्सव 16 फरवरी को शुरू हुआ है और 2 मार्च तक चलेगा।

चाइनीज कलेंडर की पशु राशियां

चीन में वर्ष भी पशु राशियों को समर्पित होते हैं। जैसे 12 पशु राशि हैं। सुअर १२वां पशु राशि है। श्वान ११वीं राशि है। चीन में पशु राशि इस प्रकार हैं – चूहा, सांड, बाघ, खरगोश, ड्रेगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सुअर। चीन में राशि का यह निर्धारण वहां के पारंपरिक देवता जेड एंपेरर या जेड सम्राट या यु हुआंग ने किया था। चीनी मान्यता के अनुसार, हुआंग देवता स्वर्ग और पृथ्वी दोनों पर ही राज करते थे, लेकिन कभी पृथ्वी नहीं आए थे। इसलिए उन्होंने देखने के मकसद से पृथ्वी के सभी जीवों को स्वर्ग बुलाया था और स्वर्ग पहुंचे पहले 12 पशुओं को उन्होंने एक-एक राशि समर्पित की थी। चीन में हर वर्ष किसी न किसी पशु या पशु राशि को समर्पित होता है।

बिल्ली क्यों है चूहे की जानी दुश्मन?

भगवान हुआंग ने जीवों को स्वर्ग बुलाया था। बिल्ली रात के समय चूहे को बोलकर सोई थी कि सुबह होते ही उठा देना, ताकि स्वर्ग की यात्रा पर निकल सकें। बिल्ली को डर था कि आलस्य की वजह से वह सोती रह जाएगी। खैर वैसा ही हुआ, चूहा सुबह उठा, तो उसे तो जल्दी थी। उसे यह डर भी था कि वह गंदा सा दिखता है और देर से पहुंचेगा, तो ठीक नहीं होगा। अत: वह सबसे पहले स्वर्ग की ओर निकल भागा और सबसे पहले हुआंग के दरबार में पहुंच भी गया। एक-एक कर सभी पशु पहुंचे, लेकिन बिल्ली सोती रह गई। इधर स्वर्ग में पहले आए पशुओं को पशु राशि का वितरण हो गया था। बिल्ली को बाद में पता चला, तो बहुत पछतावा हुआ और वह चूहे की जानी दुश्मन बन गई। तब से आज तक बिल्ली जब भी चूहे को देखती है, मारने को दौड़ाती है।

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