Chinese New year
चीन में चूहा वर्ष
चीन में नया वर्ष 25 जनवरी से शुरू हो रहा है। यह चीनी परंपरा में रैट या चूहा वर्ष है. पिछला वर्ष 2019 पिग ईयर या सूअर वर्ष था। उसका पिछला साल 2018 श्वान वर्ष या डॉग ईयर था। उसके पहले मुर्गा वर्ष था। भारत में सूअर को भले ही बहुत अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता, लेकिन चीन में सूअर को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और कुत्ते को ईमानदारी व संपत्ति का प्रतीक। चाइनीज कलेंडर के अनुसार नव वर्ष का उत्सव 25 जनवरी को शुरू होगा और 8 फरवरी तक चलेगा।
चाइनीज कलेंडर की पशु राशियां
चीन में वर्ष भी पशु राशियों को समर्पित होते हैं। वहां 12 पशु राशियां हैं। सूअर 12वां पशु राशि है। श्वान 11वीं राशि है। चीन में पशु राशि इस प्रकार हैं – चूहा, सांड, बाघ, खरगोश, ड्रेगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर। चीन में राशि का यह निर्धारण वहां के पारंपरिक देवता जेड एंपेरर या जेड सम्राट या यु हुआंग ने किया था। चीनी मान्यता के अनुसार, हुआंग देवता स्वर्ग और पृथ्वी दोनों पर ही राज करते थे, लेकिन कभी पृथ्वी नहीं आए थे। इसलिए उन्होंने देखने के मकसद से पृथ्वी के सभी जीवों को स्वर्ग बुलाया था और स्वर्ग पहुंचे पहले 12 पशुओं को उन्होंने एक-एक राशि समर्पित की थी। चीन में हर वर्ष किसी न किसी पशु या पशु राशि को समर्पित होता है।
बिल्ली क्यों है चूहे की जानी दुश्मन?
एक बार भगवान हुआंग ने सभी जीवों को स्वर्ग बुलाया था। बिल्ली रात के समय चूहे को बोलकर सोयी थी कि सुबह होते ही उठा देना, ताकि स्वर्ग की यात्रा पर निकल सकें। बिल्ली को डर था कि आलस्य की वजह से वह सुबह देर तक सोती रह जाएगी। खैर वैसा ही हुआ, चूहा सुबह उठा, तो उसे तो जल्दी थी। उसे यह डर भी था कि वह गंदा-सा दिखता है और देर से पहुंचेगा, तो ठीक नहीं होगा। अत: वह सबसे पहले स्वर्ग की ओर निकल भागा और सबसे पहले हुआंग के दरबार में पहुंच भी गया। एक-एक कर सभी पशु पहुंचे, लेकिन बिल्ली सोती रह गई। इधर स्वर्ग में पहले आए पशुओं को पशु राशि का वितरण हो गया था। बिल्ली को बाद में पता चला, तो बहुत पछतावा हुआ और वह चूहे की जानी दुश्मन बन गई। कहते हैं, तभी से आज तक बिल्ली जब भी चूहे को देखती है, मारने को दौड़ाती है।
चीन में कैसे मनाते हैं नया साल?
चीन में नए साल का उत्सव बहुत दिनों तक चलता है, उसके तीन भाग होते हैं। पहला भाग लिटिल ईयर या फेस्टिवल कहलाता है, जो इस बार 25 जनवरी को शुरू होगा और 8 फरवरी तक चलेगा। स्प्रिंग फेस्टिवल और लेंटर्न फेस्टिवल चलता है। नया साल के पहले दिन 25 जनवरी को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, सफाई नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन झाड़ू लगाने या सफाई करने से अच्छा समय चला जाता है। लोग तरह-तरह के पकवान बनाकर खाते हैं और खिलाते हैं।