हज के दौरान क्या होता है?
हज के दौरान विशेष अल्लाह के लिए प्रार्थनाएं होती हैं। यहां पहुंचकर हाजी को अपने साधारण वस्त्र छोडऩे पड़ते हैं। पुरुष दो टुकड़ा सफेद बिना सिले वस्त्र शरीर पर लपटते हैं, जिसे एहराम कहा जाता है। औरतों को भी बिना सिला एक वस्त्र पहनना होता है। कई पुरुष सिर मुंडवाते हैं, तो कुछ बाल छोटे करवाते हैं। औरतों को भी अपने अंगुली भर बाल कटवाने पड़ते हैं। खुदा के घर काबा – की अनेक बार परिक्रमा जरूरी है। शैतान को पत्थर या कंकरिया मारने की परंपरा है। बकरे की कुर्बानी का रिवाज है। हज के दौरान खूब भीड़ होती है, खूब पैदल चलना पड़ता है। ब्रह्मचर्य का पालन करना पड़ता है। खुदा अपने बंदों का खूब इंतेहान लेता है।